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सज धज कर हम आकर बैठे हैं , झगडे सगड़े भुला कर आ बैठे हैं
तुम सत्ता विरोधी वोट करना , हम धनिया सजा कर आ बैठे हैं
बटवारे की चिंता मत करना , लुटेरे ठग बंधन कर आ बैठे हैं
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अभी अच्छा तुम एक काम करो , मोदी को दिल्ली से बाहर करो
फिर मिलावट की पूरी बनाएंगे , मिल बांट कर तब ही ना खाएंगे
कोई जतन करो कोई यत्न करो , झूठी सच्ची कोई भी टंगड़ी करो
चलो मंदिर मंदिर की होड़ करो , मंदबुद्धि पर मंदिर से चोट करो
डटजाना अड़जाना तुम लड़जाना , बस पीछे ही तुम्हारे हम बैठे हैं
तुम सत्ता विरोधी वोट करना , हम धनिया सजा कर आ बैठे हैं
बटवारे की चिंता मत करना , लुटेरे ठग बंधन कर आ बैठे हैं
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बोलो तो ठर्रा छर्रा तमंचा सब , जो चाहोगे यहां मिलेगा सब
जाती से जाती को लड़ा दोगे तो , मज़हब और धर्म लड़ेंगें सब
चलो उठो देश के गद्दारो तुम , इसे जंग समझकर लड़ना तुम
आज वक़्त आख़री आन पड़ा , हारे तो सब कुछ हारोगे तुम
धंधे नंबर दो करने वालो सुनो , सब ठीयेबंद आ करके बैठे हैं
तुम सत्ता विरोधी वोट करना , हम धनिया सजाकर आ बैठे हैं
बटवारे की चिंता मत करना , लुटेरे ठग बंधन कर आ बैठे हैं
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फिर मत कहना बतलाया नहीं , मौका था किसी ने टोका नहीं
वो भगत सिंह की बात करेंगें , सुभाष आज़ाद को याद करेंगें
सिरे से तुम सबको झुठलाना , आतंकी उन सबको बतलना
चरखे की चकरी के किस्सों से , नेहरू दर्शन तक पहुंच जाना
याद रखना सभी एक मूलमंत्र , सावरकर को गद्दार बताकर बैठे हैं
तुम सत्ता विरोधी वोट करना , हम धनिया सजाकर आ बैठे हैं
बटवारे की चिंता मत करना , सब लुटेरे ठगबंधन करके बैठे हैं
#सारस्वत
16052019