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पड़ाव को जिसने मंजिल समझा है
लक्ष्य उन आंखों से ओझल हुआ है
पड़ाव को जिसने ...
त्वरित लाभ के किसी मोहजाल में
लिपटा चित्त जिसका वर्तमान में
आने वाले कल का भान नहीं उसे
वो , सरल नहीं है उलझा हुआ है
पड़ाव को जिसने ...
अंधियारे से लेकर उजियारे तक
केवट बन चलो नदिया धारे तक
लड़ो क्षणिक जीत के दीर्घ हार से
दिये की लौ से भी उजाला हुआ है
पड़ाव को जिसने ...
#सारस्वत
26112019
पड़ाव को जिसने मंजिल समझा है
लक्ष्य उन आंखों से ओझल हुआ है
पड़ाव को जिसने ...
त्वरित लाभ के किसी मोहजाल में
लिपटा चित्त जिसका वर्तमान में
आने वाले कल का भान नहीं उसे
वो , सरल नहीं है उलझा हुआ है
पड़ाव को जिसने ...
अंधियारे से लेकर उजियारे तक
केवट बन चलो नदिया धारे तक
लड़ो क्षणिक जीत के दीर्घ हार से
दिये की लौ से भी उजाला हुआ है
पड़ाव को जिसने ...
#सारस्वत
26112019