शनिवार, 25 अगस्त 2018

कल रक्षाबंधन है ...

शाम को घर लौटते हुए 
अचानक रजत की दुकान पर नज़र ठहर गई 
कदम रुक गए याद आया , 

कल रक्षाबंधन है भाई बहन का त्यौहार 
सुबह ही बेटी ने याद दिलाने वाले अंदाज़ में कहा था 
और उसने अपने भाइयों के लिए राखी लाने के लिए बोला था 

रजत से दोनों बेटो के लिए राखी खरीदकर 
थके कदमों के साथ घर में दाखिल हुआ 
बेटी ने दौड़ कर पानी का गिलास थमाया 
और मुस्कुराते हुये सवालिया निगाहों से मुझे देखने लगी 

मैंने भी मुस्कुराते हुए 
उसके हाथ में राखी का लिफाफा रख दिया , 
लिफाफे को लेकर आंगन की चिरईया 
अपने भाइयों की तरफ दौड़ी 
मैं कपडे बदलने लगा , 
बराबर के कमरे से 
तीनो बच्चो की खिलखिलाकर हसने की आवाज आ रही थी 
उनकी आवाजे आत्मा को सुकून दे रही थी 
अंतर्मन की उदासी को दूर कर  रही थी 

अचानक से आवाज़े ख़ामोशी में तब्दील हो गई 
जब छोटे ने पूछा 
पिता जी की राखी किधर है 
और जवाब उसकी माँ ने दिया 
तुम्हारे पिताजी की बहने राखी भेजती कब हैं  ... 

और मुझे याद आने लगा 
राखी का वो मनहूस दिन 
जब पिताजी ने आखरी साँस ली थी !!!!!
#सारस्वत 
25082018 

सोमवार, 20 अगस्त 2018

#
सिलसिला मुलाकात का , यूँ हो रहा    ... जवां दिन बदिन 
मोहब्बत पहली नज़र की , इज़हार रोज़ का  ... रातो दिन 
#सारस्वत 
20082018 

गुरुवार, 16 अगस्त 2018

अटल ...

#सादर_नमन 
जिद्द का नाम होता है है अटल 
दृढ़ का नाम होता है अटल 
संकल्प का नाम होता है अटल 
निर्णय का नाम होता है अटल 
न झुकने वाला हठीला भी अटल
मजबूत इरादे वाला भी है अटल
एकम सच्चा नाम होता है अटल
विचार भी अभिमान भी अटल
माँ भारती का लाल है अटल
अनिवार्य स्थिर अचल हरपल अटल
साहसी बहादुर अडिग अमरत्व अटल
चलायमान समय सवमसंभू है अटल
काल के कपाल पर मोक्ष का आख्यान है
जो टाले ना टले वह मृत्यु होती है अटल
अटल मरता नहीं विश्वास है अटल
#सारस्वत
16082018