#
आरंभ का प्रारम्भ हूँ मैं ,
अंत का प्राणान्त भी मैं ही हूँ
जीव का जीवन , जन्म से देह के देहान्तक मैं ही तो हूँ
नमः शिवाय ... ॐ नमः शिवाय ... ॐ नमः शिवाय
धड़ भी मैं हूँ घड़ा भी हूँ मैं ,
धैर्य भी मैं हूँ धर्म भी हूँ मैं
कर्म से मन क्रम वचन तक , कल्याणक भी मैं ही तो हूँ
नमः शिवाय ... ॐ नमः शिवाय ... ॐ नमः शिवाय
शक्ति हूँ भक्ति हूँ ,
आदि अनादि भगवंता भी मैं ही हूँ
सत्य हूँ प्रत्य भी हूँ मैं , कृत्य भी हूँ नृत्य भी मैं ही तो हूँ
नमः शिवाय ... ॐ नमः शिवाय ... ॐ नमः शिवाय
देव नहीं महादेव हूँ मैं
काल कपाल महाकाल हूँ मैं ,
अंतक हितकारी भौ शम्भु स्वंभू शिव शम्भु मैं ही तो हूँ
नमः शिवाय ... ॐ नमः शिवाय ... ॐ नमः शिवाय
#सारस्वत
11072017
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें