मृत्युलोक में जीवनयात्रा, मोक्ष की तलाश है
काशी कैलाशी मोक्ष्दा मणिकर्णिका घाट है
सप्तऋषियों की कर्मभूमि भरतखण्डे भूभारती
अग्नि दाह ना मिले जिसे, उसके फूटे भाग हैं
सरयु तट अजोध्या नगरी दशरथ सुत राम
भागीरथी धारा प्रवाह त्रिवेणी संगंम प्रयाग है
द्विजों की आराधना से, पत्थर भी पिंघले जहाँ
सद्कर्मो में निहित, पतझड़ और मधुमास है
#सारस्वत 31012025
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