मंगलवार, 8 जनवरी 2019

बचपन के दिन

#
बचपन के दिन !
बचपन की याद !!
बचपन की साथ  !
बचपन की बात !!
फिर से निकल जाते थे ..
खेलने ..
घंटों उधम मचाते ..
गिल्ली डंडा कंचे ..
जाने क्या-क्या .. 
खेलने के बाद भी ,
कमबख्त ..
बच ही जाता था समय ,
चुगली करने का ..
लड़ने झगड़ने का ..
फिर रात का सफर ..
गैहरी नींद के साथ ..
दोस्ती ,
सपनीले ख्वाबों से .
बचपन की बात !
बचपन की याद !!
#सारस्वत 
22102013

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें