शुक्रवार, 8 नवंबर 2013

मै और तू

मै और तू 

#
मै
आज भी अधूरा
आज भी अकेला
आज भी व्यवधान
तू
तू भी अधूरा
खुद में लिपटा सा
घमंड का प्रतिमान
मै और तू मिल जाये तो
धरा को आकाश मिल जायेगा
अधूरेपन को आयाम मिल जायेगा
घमंड
अपनेपन के आगे झुक जायेगा
अहम
खुदबखुद पराजित हो जायेगा
मैं और तू
अधूरे शब्द
बस
सवम के लिए कटिबद्ध
याद कोई सपना नही होती
सच्चाई पागलपन में नही रोती
मन का अकेलापन कचोटता है
भीड़ के शोर से दूर भागता है
क्योंकि
मै और तू में बनती नही है
हम कि अभिलाषा का दीपक
सूनेपन के अंधेरों में भी
अकांक्षा कि रौशनी देता है
मैं हाथ बढ़ा रहा हूँ
तू भी साथ दे मेरा

आज से
हम बन जाये
हम दोनों
#सारस्वत
08112013

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