शुक्रवार, 13 फ़रवरी 2015

वेलनटाईडे









#
सालों साल पहले , 
देख कर एक मजनूं को ,
'बेलन ताई ने दे'  … मारा था  … घुमा के .... 
तब से #आजतक ,
मजनूं की औलाद ,
बेशर्मी दिखा रहा है ,
सड़कछाप आशिक़ बना रहा है ,
और उसे दीवानगी बता रहा है  … जमां के  …
गली चौराहे नुक्कड़ पर ,
दुकानें खुल गई , पब बन गये ,
प्यार व्यापार बन गया है ,
बाज़ार सज कर तैय्यार हो गये हैं  … यहां के  …
दिल लेने देने के नाम पर ,
खेल शुरू हुआ था चॉकलेट से ,
अब खुलेआम जॉम टकराये जा रहे हैं ,
घर परिवार की इज्ज़त को ठेंगा दिखा रहे हैं ,
आबरू की mms बना कर ,
इज्जत का फालूदा बना रहे हैं ,
मोहब्बत की कस्में रस्में बता रहे हैं ,
क्या खूब ईमानदारी निभा रहे हैं  … वफ़ा के  …
आज़ादी का नाम ,
सैकुलर कूलडूड और बेशर्मी हो गया ,
कब कैसे हुआ ये सब देश महान में ,
किसी को पता नहीं चला ,
आज हाल ये है , फ़रवरी आती है तो ,
हुस्न जवान हो जाता है ,
जवानी की ख़ुमार का ,
हफ़्ता सफ्ता मनाया जाता है ,
और शान के साथ में उसको ,
वेलनटाईडे बताया जाता है  ......
‪#‎सारस्वत‬
14 022015

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