सोमवार, 2 नवंबर 2015

मैं आज़ाद हूँ - लाइव मूवी


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बरसों पहले मूवी आई थी 'मैं आज़ाद हूँ'

जिसमें शबाना पत्रकार का किरदार निभाती है
पत्रकारिता के व्यवसाईकरण से छुब्द होकर
आर्टिकल के रूप में अपना भावी स्तीफा लिखती है
26 जनवरी को आज़ाद मुंबई की सबसे बड़ी बिल्डिंग से
कूदकर आत्महत्या कर लेगा
यहां पर  …
शबाना अपनी पत्रकारिता का हुनर दिखती है
अपने इस्तीफ़े को कलम की आज़ादी बताकर
कलम का नाम आज़ाद रखती है
मतलब  क्या निकला  …
26 जनवरी को शबाना अपनी पत्रकारिता की कलम को
मुंबई की सबसे बड़ी बिल्डिंग से निचे फैंक देगी
और उसके बाद क्या दिखाया जाता है  …
मुंबई से साथ में पूरे भारत में अराजकता का माहोल
उसके बाद  … गुमनामी से अमिताब को ढूंढ कर
उस का आज़ाद नाम रक्ख दिया जाता है
फ़िल्म हम सभी की देखी भाली है  …
आज कल ये मूवी लाइव चल रही है  …
यही दोहराया जा रहा है देश में  …
24 घंटे 24 रिपोर्टर
मैं क़लम 'आजाद' के साथ
महान देश
भारत से
#सारस्वत
02112015 

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