सोमवार, 21 अक्तूबर 2013

जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी

जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी 

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जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी 
लम्हों की किताब मेरी शायरी 

पहचान का नकाब अपनापन 
खुलता हुआ मिजाज़ बचपन 
तकदीर का बरतन लाजवाब 
जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी 

यादे गजल एहसास की बारात 
हफ्ते दिन महीने वक्ते मेहराब
कलम रोशनाई उजालों का साथ 
जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी 

ख्याल सोना निर्मोल बोल पानी 
बस ! बीस दिन का नुक्सा सारा 
कुछ घीसा कुछ अध्पीसा सा 
जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी 
#सारस्वत 
21102013

1 टिप्पणी:

  1. ख्याल सोना निर्मोल बोल पानी
    बस ! बीस दिन का नुक्सा सारा
    कुछ घीसा कुछ अध्पीसा सा
    जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी
    lajwab

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