शनिवार, 26 जुलाई 2014

सोच को लिखोगे तो , कलम बद्ध कर जाओगे

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लिखने के लिए सोचोगे तो , सोचते रह जाओगे
सोच को लिखोगे तो , कलम बद्ध कर जाओगे

सीधी सरल सरिता सी , जीवन की धारा नहीं है
अंतःचक्षु बिंदु खोलो , जीवन को समझ जाओगे
सोच को लिखोगे तो ...

टेढ़ी मेढ़ी राहों के , पथरीले पथ पर है मंजिल
रुको नहीं चलो , लक्ष्य पर भी पहुंच जाओगे
सोच को लिखोगे तो ...

जिस दिन दृढ़ निश्चयी , आदित्य से सीख लोगे
हार को गले का हार बनाना , जीतना सीख जाओगे
सोच को लिखोगे तो ...

बहुत कुछ लिख रहा है , जीवन छण प्रतिछण
नहीं पढ़ पाये इस जनम , तो कोरे रह जाओगे
सोच को लिखोगे तो ...

#सारस्वत
26072014 

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