उम्मीदों का सवेरा हो * उमंगों का बसेरा हो
खुशियों का आँगन हो * रश्मियों का आगमन हो
आस का दीपक हो * आशा प्रकाशक हो
सांसों का तर्पण हो * प्रेम का दर्पण हो
साथ का एहसास हो * परस्पर विश्वाश हो
जीवन परिवर्तन हो * सम्पूर्ण समर्पण हो
मानव मन मन्दिर हो * शुभ दिन सुन्दर हो
#सारस्वत
09052014
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