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मिटटी का पुतला है प्राणी
तू मिटटी में मिल जायेगा
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मोह माया की बाँध पोटली
ना कुछ हासिल कर पायेगा
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अहंकारी तिलक लगा कर
कभी जीवन तर ना पायेगा
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रिश्ते नाते यहीं रह जायेंगे
कोई साथ ना तेरे जायेगा
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क्या चलता है धृत् चाल तू
मरघट तक चल ना पायेगा
#सारस्वत
10042014
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