जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी
शुक्रवार, 17 जनवरी 2014
दुआ
#
"दुआ"
के लिए भी
"दुआ"
माँगा कीजिये
"दुआ" भी
असर की "दुआ" मांगती है
रोज़
"फरमाइश" करते हो तुम नई
कभी तो
"इबादत" "इबादत" सी कीजिये
#सारस्वत
17012014
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