जिंदगी का हिसाब मेरी शायरी
सोमवार, 27 जनवरी 2014
आत्मा
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"आत्मा" है तो
"जीवन" शरीर
आत्मा निकले
"शव" "मिटटी"
म्रत्यु लोक में
"बाँच" रही
"साँसे"
"जन्म की चिट्ठी"
#सारस्वत
27012014
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